साइबर अपराधी अब फेसबुक आईडी हैक नहीं कर रहे। वे उसका क्लोन बनाकर आपके दोस्तों-परिचितों को गुमराह कर रहे हैं। उप्र, हरियाणा और राजस्थान के बॉर्डर वाले 32 गांवों में बैठा यह गिरोह देशभर के लोगों को ठग रहा है। मेरठ पुलिस की साइबर क्राइम सेल ने पिछले दो महीने में ऐसे 38 क्लोन खाते बंद कराए हैं।
साइबर अपराध से जुड़े लोग पहले फेसबुक आईडी को हैक कर लेते थे। मसलन, आपकी आईडी एक्सिस कंट्रोल से बाहर हो जाती थी। वह पासवर्ड बदलकर आईडी में जुड़े लोगों को मैसेंजर में मैसेज भेजकर मदद के नाम पर रुपये मांगते थे। अब उन्होंने आईडी हैक करनी बंद कर दी। वह किसी भी एफबी आईडी से चार-पांच फोटो चुराएंगे और ठीक उसी नाम-पते की नई एफबी आईडी बना देंगे। उसके बाद उन्हीं के दोस्तों-परिचितों को रिक्वेस्ट भेजेंगे। चूंकि जानकार व्यक्ति की रिक्वेस्ट आई है, इसलिए लोग उसे तुरंत स्वीकार कर लेते हैं।
इसके बाद ठगी का खेल शुरू होता है। हालांकि अब तमाम यूजर्स ठगी की इस तकनीक को जान चुके हैं, इसलिए वह आसानी से पैसा ट्रांसफर नहीं करते। मेरठ में हाल ही में कई अधिकारियों, इंस्पेक्टरों, शिक्षकों की फेसबुक आईडी का क्लोन बनाकर ठगी की गई है। दिलीप शर्मा, प्रभारी साइबर क्राइम सेल मेरठ ने बताया कि फेसबुक आईडी का क्लोन बनाकर ठगी के मामले बढ़े हैं। लोगों को जागरुक होने की जरूरत है। इस तरह के मामलों में शिकायत आने पर क्लोन आईडी बंद कराई गई हैं।