ट्रस्ट कार्यालय के प्रभारी प्रकाश कुमार गुप्ता का कहना है कि कोई पूछ रहा है कि ताम्र पत्र हमें बनवाना पड़ेगा या फिर आप बनवाएंगे। कोई कहता है कि ताम्र पत्र की कितनी धनराशि होगी। कोई एक साथ दस हजार ताम्र पत्र देना चाहता है तो कोई एक हजार पत्र अपनी ओर से भेंट करना चाहता है। कोई तांबे का गेज पूछ रहा है तो कोई आकार के बारे में जानकारी मांग रहा है। वह कहते हैं कि लोगों के इतने सवाल है कि हम लोग खुद नहीं समझ पा रहे हैं कि किसको क्या जवाब दें। विहिप के केन्द्रीय मंत्री राजेन्द्र सिंह पंकज का कहना है कि इस बारे में ट्रस्ट जब कोई निर्णय करेगा तब उसी के अनुसार सूचना दी जाएगी।
फिलहाल ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के दिल्ली से लौटने का इंतजार है। बताया गया कि वह शनिवार की देर शाम यहां पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि रामलला के प्रति आमजन की इतनी श्रद्धा है कि पांच अगस्त को भूमि पूजन के लिए तीर्थों के जल व मिट्टी का आह्वान किया गया तो अभी भी जल व मिट्टी के साथ रामशिलाओं के भेजने का क्रम जारी है। बताया गया कि डाक सेवा एवं कोरियर के माध्यम से ट्रस्ट कार्यालय एवं कारसेवकपुरम में प्रतिदिन किसी न किसी क्षेत्र से तीर्थों का जल व मिट्टी भेजी जा रही है। इसके साथ ही रामनाम लिखित कापियांं भी भेजी जा रही हैं।