डीएम नवनीत सिंह चहल व एसपी हेमंत कुटियाल की अध्यक्षता में गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में तजियादारों, धर्मगुरुओं व संभ्रांतजनों की बैठक हुई। इस दौरान आगामी त्योहारों के मद्देनजर आपसी सौहार्द और शांति व्यवस्था बनाए रखने पर चर्चा की गई। शासन की तरफ से जारी गाइड लाइन से अवगत कराया गया। कोरोना महामारी की वजह से मोहर्रम पर ताजिया व जुलूस पर पाबंदी रहने की भी जानकारी दी गई। अधिकारी द्वय ने कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार ताजिया बैठाने और जुलूस निकाले जाने पर पूर्ण रूप से रोक लगाया गया है। 30 सितंबर तक सार्वजनिक जगहों पर कोई भी धार्मिक व अन्य कार्यक्रम करने, मूर्तियां स्थापित करने आदि पर भी प्रतिबंध है।
किसी भी तरह का भ्रम व अफवाह नहीं फैलाई जाए। अवांछनीय व अराजकतत्वों को चिह्नित किया जा रहा है। यदि कोई भी माहौल को बिगाड़ने की कोशिश करते मिला, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि घरों में ही रहकर पर्व मनाए। जिले को कोरोना महामारी से बचाव के लिए सभी को शासन-प्रशासन का सहयोग करना चाहिए। यदि किसी को भी कोरोना का लक्षण दिखे, तो लापरवाही कत्तई न बरतें। तत्काल जांच कराकर इलाज कराएं। लापरवाही आपके परिवार को भी भारी पड़ सकती है। हाजी वसीम अहमद ने कहा कि इस्लाम में नियत का बहुत बड़ा रोल है। कोई भी ऐसा कार्य नहीं करें कि समाज को शर्मिंदा होना पड़े। बैठक में एडीएम अतुल कुमार, एएसपी प्रेमचंद समेत सभी सीओ, थाना प्रभारियों के अलावा हाजी साजिद खान, अरकान अहमद, मौलाना इलियास कासमी, खलील राइन, डॉ. अनीस, निसार सैयद अली, सरवर अली, वसीम अहमद, मुजीबुर्रहमान, समीर, जुल्फेकार, इश्तेखार अहमद, सैयद जाफरीआदि उपस्थित रहे।