नगर पालिका परिषद के कर्मचारी बकाया कर वसूलने के लिए घर-घर दस्तक देंगे। नोटिस देने के साथ टैक्स न देने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कोरोना संकट की वजह से पालिका छोटे भवनों को राहत जरूर देगी, लेकिन बड़े मकानों को नोटिस भी थमाएगी। मंगलवार को चेयरमैन संतोष खरवार ने कर विभाग के कर्मचारियों संग की बैठक में यह निर्देश दिया। अधिशासी अधिकारी की मौजूदगी में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
चेयरमैन संतोष खरवार ने कहा कि वर्ष में एक बार लगने वाले कैंप को अब दो बार लगाया जाएगा ताकि लोगों को इंतजार न करना पड़े। जिन पर 10 हजार रुपये से अधिक मकान का कर बकाया होगा, उनके यहां खुद टैक्स अधिकारी जाएंगे और जानकारी हासिल करेंगे। कर वसूलने के लिए कर्मचारी डोर-टू-डोर जाएंगे तभी बकाया कर वसूल हो सकता है।
बताया कि जो मकान नए बने हैं, उन पर कर निर्धारण करने, कामर्शियल भवनों का कामर्शियल किराया लगाने और 35 से 45 दिनों में नामांतरण की प्रक्रिया को पूर्ण करने की बात कही। सभी कर निरीक्षक जिन मकान मालिकों से मिलेंगे, उनके मोबाइल नंबर भी नगर पालिका कार्यालय में उपलब्ध कराएंगे। अगर मकान मालिक कर नहीं जमा करता है तो उससे सीधे संपर्क किया जाएगा। साथ ही कोरोना काल में छोटे भवन स्वामियों को नोटिस नहीं जारी होगा, लेकिन उनकी सुविधा के अनुसार उनसे कर वसूली की जाएगी। वहीं बड़े भवन स्वामियों को नोटिस जारी करने के आदेश दिए।