स्थानीय जंक्शन पर शनिवार को ग्यारह डिब्बे वाली आइसोलेशन कोच की ट्रेन पहुंची। अब जंक्शन पर कोई कोरोना संक्रमित मरीज मिलता है तो उसे जंक्शन पर ही आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाएगा। एक कोच में 16 मरीजों के भर्ती करने की व्यवस्था होगी। ट्रेन में एक एसी कोच भी लगाया गया है। प्लेटफार्म नंबर सात पर ट्रेन का ठहराव किया गया है। ट्रेन की सुरक्षा के लिए जीआरपी व आरपीएफ के जवानों को लगाया गया है। ट्रेन के आने से काफी राहत मिलेगी। डीआरएम ने तैयारियों की जांच की।
कोरोना संक्रमण में भी अगर निरंतर किसी ने काम किया होगा तो वह रेलवे ही है। मालगाड़ियों का निरंतर परिचालन किया जा रहा था। रेल कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए हर प्रयास किए गए। रेलवे अस्पतालों को पूरी तरह से तैयार किया गया था। चिकित्सक भी मुस्तैदी से अपने कार्य को निर्वहन कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण की वजह से रोकी गई ट्रेनों को उपयोग में लाने के लिए कोचों को आइसोलेशन वार्ड के रूप में तब्दील कर दिया गया। राज्य सरकार के निर्देश पर हर जंक्शन पर आइसोलेशन वार्ड की ग्यारह बोगियों वाली एक ट्रेन जंक्शन पर पहुंची।
मेडिकल टीम आज करेगी निरीक्षण
ग्यारह कोच वाले जंक्शन पर पहुंची आइसोलेशन कोच की ट्रेन का सीएमओ की अध्यक्षता में निरीक्षण किया जाएगा। एक एक कोच की व्यवस्थाओं को देखा जाएगा। इसके बाद चिकित्सकों व उनकी टीम की ड्यूटी लगाई जाने की प्रक्रिया चलेगी। चिकित्सकों को भी हर सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी ताकि वे भी कोरोना से बचे रह सके। वर्जन.