काशी हिदू विश्वविद्यालय पुरातत्व विभाग की टीम ने गुरुवार को सकलडीहा तहसील क्षेत्र के माटीगांव स्थित प्राचीन शिव मंदिर प्रांगण में खोदाई कराई। जमीन के नीचे दबे पुरातात्विक व ऐतिहासिक रहस्य परत दर परत सामने आने लगे हैं। खोदाई में गुप्तकालीन फर्श, धार्मिक संरचना, अरघा के साथ शिवलिग, साथ ही भगवान विष्णु की अति प्राचीन प्रतिमा मिली है। विभाग की मानें तो उक्त प्रतिमा पर बनी नक्काशी गुप्तकालीन प्रतीत हो रही है।
कोरोना महामारी के चलते खोदाई का कार्य तीन महीने तक पूरी तरह से बंद रहा। लॉकडाउन में ढील मिलते ही पुरातत्व विभाग की टीम ने खोदाई का कार्य शुरू कर दिया। तीन दिन से चल रही खोदाई में गुरुवार को प्राचीन शिव मंदिर परिसर में जैसे-जैसे खोदाई का कार्य आगे बढ़ता जाएगा परत दर परत नई-नई चीजें मिलने की संभावना हैं। खोदाई के दौरान मिल रही प्रतिमा व अन्य चीजों की गहनता से परीक्षण किया जा रहा है। अभी तक जो भी चीजें सामने आई हैं उससे मंदिर के नीचे एक भव्य मंदिर होना प्रतीत हो रहा है। हालांकि जब तक खोदाई का कार्य पूरा नहीं होता तब तक कुछ कहना सही नहीं होगा। खोदाई का कार्य डा. अशोक कुमार सिंह, डा. विनय कुमार, प्रोफेसर एके दुबे, अभिषेक कुमार की देखरेख में चल रहा है।
मंदिर के उत्तर दिशा में चल रही खोदाई में गुरुवार को अरघा के साथ ही शिवलिग व प्राचीन विष्णु की प्रतिमा मिली है। यह संभवत गुप्तकालीन में बनी है। यह कुछ दिनों में पूरी तरह से स्पष्ट हो जाएगा।