वाराणसी: प्रशासन द्वारा निर्धारित समय के दौरान सब्जी बेचने को लेकर लमही सब्जी मंडी के किसानों का गुस्सा सोमवार को सड़क पर आ गया। आक्रोशित किसानों व आढ़तियों ने सब्जियों को वाराणसी-आजमगढ़ रोड पर फेंककर अपना विरोध जताया। लॉकडाउन का उल्लंघन करने और सार्वजनिक स्थान पर गंदगी कर बीमारी फैलाने के प्रयास में लमही मंडी के 5 आढ़तियों पर नामजद और 30-40 अज्ञात व्यक्तियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। अज्ञात की पहचान वीडियो देख कर की जाएगी।
लमही सब्जी मंडी के अध्यक्ष गिरजा शंकर और मंत्री रामजी पाल ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित समय सुबह 7 से 2 बजे तक है। इस दौरान सब्जी बेचने पर लालपुर चौकी प्रभारी द्वारा मना किया जाता है, और 8 बजे ही मंडी बंद करा दिया जाता है। सोमवार सुबह 6:30 बजे जैसे ही मंडी खुली तो लालपुर चौकी के दो कांस्टेबल और दारोगा अजय यादव मंडी में पहुंचे और अध्यक्ष और मंत्री से कहा कि एक से दो घंटे में मंडी बंद करा देना। यह सुनकर वहां मौजूद किसानों ने कहा कि प्रशासन द्वारा तय समय तक हमलोग सब्जी बेचेंगे।
इसके बाद पुलिस अध्यक्ष और मंत्री को लालपुर चौकी ले गई। उसके बाद किसान सब्जियों को आजमगढ़ रोड पर फेंककर प्रदर्शन करने लगे। किसानों का बढ़ता आक्रोश देखकर मौके पर पहुंचे लालपुर पांडेयपुर एसओ धनंजय पांडेय ने समझाने का प्रयास किया लेकिन किसान नहीं माने। उसके बाद कैंट इंस्पेक्टर अश्विनी चतुर्वेदी पहुंचे उन्होंने अनाउंसमेंट कर किसानों से कहा कि अपनी मांगों को लिखित रुप में दें जिसे जिला प्रशासन को अवगत कराया जाएगा। तब जाकर किसान शांत हुए। किसानों ने मांग किया कि मंडी खुलने का समय पूर्व निर्धारित समय पर हो। पुलिस द्वारा उत्पीडऩ बंद हो।