उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन की समीक्षा बैठक में कहा कि आने वाले हर प्रवासी के स्वास्थ्य की जांच उस जिले के क्वारंटीन सेंटर पर अनिवार्य रूप से हो रही है। स्वस्थ लोगों को उनके घर इस हिदायत के साथ भेजा जा रहा है कि वे घर पर होम क्वारंटीन के मानकों का अनुपालन करेंगे। संदिग्ध को पूरी जांच के लिए सेंटर में ही आइसोलेट कर दिया जा रहा है। घर जाने वाले हर श्रमिक को अनिवार्य रूप से भरण-पोषण के लिए एक हजार रुपये और तय मात्रा में खाद्यान्न भी दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश में सभी प्रवासी कामगारों व श्रमिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाए। इनकी प्रदेश में सकुशल वापसी और प्रदेश में रह रहे दूसरे राज्यों के कामगारों की उनके राज्यों में वापसी के लिए बेहतर संवाद को आगे बढ़ाया जाए। राज्य सरकार सभी प्रवासी कामगारों व श्रमिकों की प्रदेश में सुरक्षित वापसी के लिए कार्य कर रही है। इसके लिए संबंधित राज्य सरकारों से ऐसे प्रवासियों की सूची प्राप्त की जा रही है ताकि कोई भी अवैध रूप से प्रदेश में न आने पाए।