दूसरे राज्यों से उत्तर प्रदेश की सीमा में पैदल, दो पहिया वाहन, ट्रक आदि से आने वाले किसी भी व्यक्ति को दाखिल नहीं होने देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही खाली लौट रही बसों को पैदल चल रहे प्रवासी मजदूरों की सुविधा के लिए प्रयोग करने के भी निर्देश दिए गए हैं। सीमावर्ती जिलों के बार्डर पर 200 बसें तैयार रखने को कहा गया है।
मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने शनिवार को जारी निर्देश में कहा है कि यदि कोई व्यक्ति सीमा पार कर आ जाता है तो उसे रोककर स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए निर्देशों के मुताबिक कार्यवाही की जाए। किसी भी प्रवासी व्यक्ति को रेल लाइन अथवा सड़क मार्ग पर चलने नहीं दिया जाए। इसके साथ ही प्रवासियों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था करने, शेल्टर होम तथा क्वारंटीन सेंटरों में बिस्तर, साफ चादरें, पंखा, भोजन, पानी, प्रकाश की उचित व्यवस्था और सैनिटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित करने को भी कहा गया है। थाना स्तर पर विशेष टीम लगाकर इसकी मानीटरिंग कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।
मुख्य सचिव ने ट्रेन से आने वाले श्रमिकों के लिए स्टेशन पर ही प्रोटोकाल को पूरा कराने के लिए टीमें लगाने की भी बात कही है। इन्हें भेजने के लिए पर्याप्त बसों की व्यवस्था और वाहन चालकों का स्वास्थ्य परीक्षण आवश्यक रूप से कराने को भी कहा गया है।