नगर निगम ने कोरोना महामारी में संक्रमण बचाव और सुरक्षा के लिहाज से कई आवश्यकत मानदंड तो बना रखे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर इन मानदंडों को पालन करने के लिए विभाग के अधिकारी ही तैयार नहीं है। निगम कार्यालय में सफाई की उचित व्यवस्था नहीं है। झाड़ू मारकर ही काम चलाया जा रहा है। यही नहीं यहां कार्यरत सफाईकर्मियों को मास्क व ग्लव्स तक नहीं दिए गए हैं। यहां हर दिन कर्मचारियों की भीड़ होती है। बता दें कि अभीतक कई विभागों के अधिकारियों के कोरोना पॉजीटिव होने की सूचना सामने आ चुकी है। इन सूचनाओं से सबक नहीं लेते हुए निगम के अधिकारी अपने शाखा पदाधिकारी और कर्मचारियों से पूर्व की तरह दिनरात काम लेने से बाज नहीं आ रहे हैं।
कागजों में है रोस्टर का दावा
सरकार के संयुक्त सचिव के द्वारा पांच मई को दिए गए आदेश में साफ कहा गया है कि विभागों में पदास्थापित सभी पदाधिकारी नियमित तौर पर प्रतिदिन कार्यालय आएंगे, लेकिन कर्मचारी 33 फीसदी रोस्टर के अनुसार कार्यालय में सेवा देंगे। प्रशाखा, कोषांग, सहायकों, कर्मी, डाटा इंट्री ऑपरेटर, संविदा, नियोजित कमी आदि संबंधित शाखा पदाधिकारी, प्रभारी पदाधिकारी आंतरिक व्यवस्स्था के तहत रोस्टर का निर्धारण करेंगे। लेकिन नगर निगम मुख्यालय में अलग-अलग शाखा के पदाधिकारी एवं कर्मचारियों के लिए कोई रोस्टर का निर्धारण नहीं किया गया है।