सरकार की तरफ से तमाम बंदिशों में लोगों को काफी छूट दी गई है लेकिन लोग कोरोना महामारी से बचाव के लिए अपनी नैतिक जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन करते दिख रहे हैं। क्षेत्र में शुरु हुए विवाह समारोह अब सामाजिक न होकर पारिवारिक समारोह बन गए हैं। रविवार को अहरौरा नगर के मोहल्ला कबीर नगर निवासी युवक की बरात दोपहर जमालपुर गांव निवासी हीरा मौर्या के घर पहुंची। बोलेरो में पहुंचे दूल्हे ने विधि-विधान के साथ सुमन की मांग में सिदूर डाला एवं अग्नि के समक्ष सात फेरे लिए।
जमालपुर निवासी हीरा मौर्या की पुत्री सुमन की शादी आठ माह पहले अहरौरा निवासी रामशकल के छोटे पुत्र छोटेलाल कुशवाहा के साथ 10 मई को तय किया था। तिलक भी धूमधाम से संपूर्ण हो गया था। इसके बाद कोरोना संक्रमण के चलते हुए लॉकडाउन का पालन करने के साथ दोनो पक्षों ने नियत तिथि पर सादगी पूर्वक शादी करने का मन बनाया और बिना धूम धड़ाके से रविवार की दोपहर बरात पहुंच गई। वर पक्ष से दूल्हे के पिता रामशकल, जीजा केदारनाथ मौर्या, मामा मनीष कुमार एवं बड़े भाई छांगुर मौर्या तथा कन्या पक्ष की ओर से दुल्हन के पिता, माता भाई संतोष मौसी अन्नू देवी और मामा तेजबली मौर्या शामिल हुए। पंडित रमाशंकर तिवारी ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शादी संपन्न कराई। वहीं पुत्री की शादी संपन्न होने पर मां कबूतरा देवी के चेहरे पर खुशी झलक रही थी। नवदंपती को सामाजिक दूरी का पालन करते हुए दोनों पक्ष के लोगों ने आशीर्वाद प्रदान किया।