लखनऊ: केजीएमयू में रविवार की देर शाम कोरोना के खिलाफ जंग पर आधारित राष्ट्रीय वेबिनार में आयुर्वेद से कोरोना मरीजों को ठीक करने का विशेषज्ञों ने दावा किया। दिल्ली स्थित चौधरी ब्रह्मप्रकाश चरक आयुर्वेदिक संस्थान के निदेशक व प्रिंसिपल डॉ. विदुला गुज्जरवार ने कहा कि सरकार के सहयोग से संस्थान में 114 कोरोना मरीजों को आयुर्वेद दवाओं से इलाज मुहैया कराया जा रहा है। अब तक आयुर्वेद की दवाओं से 14 मरीजों को कोरोना के संक्रमण से मुक्त कर घर भेजा जा चुका है। शंसमनी वटी, नागरादि कषाय व आमलकी चूर्ण समेत अन्य दवाएं कोरोना के इलाज में रामबाण साबित हो रही हैं। इस दौरान अन्य विशेषज्ञों ने भी अपनी राय रखी।
केजीएमयू में आयुर्वेद पद्धति से होगा इलाज
अब केजीएमयू में भी आयुर्वेद पद्धति से कोरोना मरीजों का इलाज किया जाएगा। आयुष मंत्रालय ने इसके लिए केजीएमयू को गाइडलाइन जारी कर दी है। कुलपति डॉ. एमएलबी आरोग्य भारती की ओर से आयोजित राष्ट्रीय वेबिनार के दौरान यह बात बताई। इसमें में देश भर के विभिन्न पद्धति के डॉक्टरों ने कोरोना वायरस के इलाज पर अपने विचार रखे। भट्ट ने कहा कि एथिकल कमेटी की मंजूरी मिलते ही आयुर्वेद से मरीजों को इलाज मिलने लगेगा। प्रदेश भर में 26 प्रयोगशाला में कोरोना की जांच की जा रही है। इसमें आरटीपीसीआर टेक्निक एवं अन्य विधियों के प्रयोग से 12 घंटे में रिपोर्ट दी जा रही है।