राजधानी में बुधवार को नौ लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसमें एक ही परिवार के पांच सदस्य समेत तीन जीआरपी के जवान हैं। इसके अलावा एक महिला मिर्जापुर निवासी है।
सरोजनीनगर के दारोगाखेड़ा निवासी व्यक्ति के घर मुंबई से दामाद आया। उन्होंने मोहल्ले में छिपाए रखा। ऐसे में लोगों उनकी परचून की दुकान पर सामान भी खरीदते रहे। कुछ दिन बाद दामाद को बुखार-जुकाम हुआ। उसमें जांच में 25 मई को कोरोना की पुष्टि हुई। इसके बाद सीएमओ की टीम ने घर के सभी दस सदस्यों की जांच कराई। इसमें पांच लोगों में वायरस की पुष्टि हुई। सभी को लोकबंधु अस्पताल भेज दिया गया है। इसके अलावा तीन मरीज जीआरपी के जवान हैं। इसके अलावा एक मरीज मिर्जापुर निवासी है। यह केजीएमयू में कैंसर के इलाज के दरम्यान कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। ऐसे में शहर के आठ मरीज ही कोरोना के रहे। लिहाजा, लखनऊ में मरीजों की संख्या बढ़कर 337 हो गई है। कुल मरीजों में दो महिला व सात पुरुष हैं।
बता दें, चारबाग स्टेशन के प्लेटफार्म एक पर आने वाली प्रवासी स्पेशल ट्रेनों में तैनात छह जीआरपी सिपाहियों ने खुद ही अपनी कोरोना जांच कराई थी। उनमे कोई लक्षण नही थे, लेकिन इनमे से तीन कोरोना पॉजिटिव आये हैं। अब उनकी बैरक के 16 सिपाहियों को क्वारंटाइन किया गया है। जबकि 11 सिपाही सोमवार को क्वारंटाइन किये गए हैं। यह जानकारी एसपी रेलवे लखनऊ अनुभाग के सौमित्र यादव ने दी।