राजधानी के लिए गुरुवार के बाद शुक्रवार का दिन राहत भरा है। चार दिनों में 44 नए कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद पांचवें के बाद आज छठे दिन अबतक कोई नया मरीज नहीं मिला। पटना में कुल संक्रमितों की संख्या अभी 99 है।
प्रशासन के लिए फिलहाल बीएमपी कैंपस सबसे बड़ा परेशानी का सबब बना हुआ है। छह दिन में 22 जवानों के कोरोना संक्रमित होने के बाद बीएमपी कैंपस हॉट स्पॉट बन चुका है। अब तक 300 बीएमपी जवानों की जांच कराई जा चुकी है। अभी सौ से अधिक आशंकितों के नमूने लिए जाने बाकी हैं। इसी बीच एक महिला आइपीएस की रसोइया के संक्रमित होने के बाद अब बीएमपी जवानों के संपर्क में आए लोगों और कैंपस से बाहर घर बनाकर रहने वालों की प्राथमिकता के आधार पर जांच कराई जाएगी।
सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने बताया कि शुक्रवार को संपर्क में आए लोगों और बाहर रहने वालों के नमूने लिए जाएंगे। बताते चलें कि बीएमपी कैंपस में अबतक प्रदेश की सबसे बड़ी चेन मुंगेर और पटना के खाजपुरा से भी अधिक लोगों की जांच कराई जा चुकी है। शुक्रवार को 40 बीएमपी जवानों समेत कुल 90 नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।
आइपीएस ने खाना बनवाना कर दिया था बंद
बीएमपी की जो महिला कर्मचारी बुधवार को कोरोना संक्रमित पाई गई थी, वह एक महिला आइपीएस के घर खाना बनाती थी। हालांकि, कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए आइपीएस ने डेढ़ माह पूर्व ही उसे खाना बनाने से रोक दिया था। इसके बाद से वह अफसर के घर नहीं जाती थी। उसका आवास कैंपस के बाहर था लेकिन फिर भी वह अक्सर यहां-आती जाती थी। रसोइया इस बीच कहां-कहां गई थी इसकी जानकारी ली जा रही है।