गुजरात से लौटे साथी में कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद क्वारंटाइन कराया गया युवक शनिवार को अचानक घर पहुंच गया, सुबह उसे देखते ही गांव में हड़कंप मच गया और लोग चीखने चिल्लाने लगे। गांव वालों के विरोध पर आई पुलिस उसे दोबारा नारायणा मेडिकल कॉलेज के क्वारंटाइन सेंटर में छोड़कर आई। युवक ने मेडिकल कर्मियों द्वारा एलएलआर अस्पताल(हैलट) में छोड़कर जाने की जानकारी दी है।
बिधनू के एक गांव में किसान का 26 वर्षीय बेटा 2 मई को गुजरात सूरत से एक ट्रक में 14 साथियों के साथ लौटकर आया था। उसके साथ आए कानपुर देहात मनेथू निवासी मित्र के कोरोना संक्रमण होने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद उसे मित्रों के साथ पनकी स्थित नारायणा मेडिकल इंस्टीट्यूट के क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था।
युवक ने बताया कि शुक्रवार शाम पेट में दर्द होने पर मेडिकल कर्मी क्वारंटाइन सेंटर से एम्बुलेंस से एलएलआर अस्पताल ले गए थे और किसी डॉक्टर को सूचना दिए बिना उसे छोड़कर चले गए। काफी देर तक वह पेड़ के नीचे बैठा रहा, जब उसने उठकर काउंटर पर पूछताछ की तो उसे कोई सही जवाब नहीं मिला। इसके बाद उसने फोन करके भाई को बुलाया और बाइक से घर चला गया। सुबह गांव में उसे देखते ही ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया। उसे भाई के साथ थाने भेज दिया। पुलिस ने सीएचसी के डॉक्टरों को सूचना दी और फिर उसे भाई के साथ ही क्वारंटाइन सेंटर जाने को कहा।