करीब 43 लाख रुपये के गबन के आरोप में निलंबित किए गए बिजलीकर्मी इफ्तखार का अनियमितता से पुराना नाता रहा है। अधिकारियों की कृपा से मामूली सा चपरासी देखते देखते करोड़पति हो गया। करीब 19 साल पहले भी वह गोपनीय सूचना लीक करने के आरोप में सात महीने तक निलंबित था। उसका इंक्रीमेंट भी रोका गया था। अब उसके पटल पर हुए अन्य कार्यों की जांच भी कराई जा रही है।
तीन सदस्यीय टीम कर रही जांच
विद्युत वितरण खंड तृतीय मोहद्दीपुर के अधिशासी अभियंता कार्यालय में कार्यरत इफ्तार को निलंबित करने के बाद तीन सदस्यीय टीम से जांच कराई जा रही है। जांच के बाद उससे गबन के रुपये की वसूली भी की जाएगी।
गोपनीय सूचना लीक करने के आरोप में पहले भी निलंबित हो चुका है इफ्तखार
वह इससे पहले बक्शीपुर में तैनात रहा है। उसकी तैनाती चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में हुई थी। 2001 में इंडस्ट्रियल इस्टेट के बदगदवां इलाके में शिकायत की जांच करने निगम की विजिलेंस टीम गई थी। इसकी सूचना इफ्तखार को लग गई। उसने गोपनीय जानकारी लीक कर दी। मामला खुलने पर उसे निलंबित कर दिया गया था।
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