गाजीपुर : कोरोना संक्रमण के फैलाव पर अंकुश लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग टीम लगातार सतर्कता बरत रही है। संक्रमितों के संपर्क में आए अब तक 290 लोगों को मेडिकल टीम द्वारा चिह्नित कर लिया गया है। इन्हें एंबुलेंस द्वारा रेलवे जोनल ट्रेनिग सेंटर लाकर क्वारंटाइन करने के साथ उनकी लगातार निगरानी की जा रही है। इसके अलावा गैर प्रांतों से आए 140 लोगों का स्वैब शनिवार को जांच के लिए वाराणसी भेजा गया। साथ ही हॉटस्पाट एरिया पर टीम द्वारा जहां नजर रखी जा रही है, वहीं सर्वे के लिए 39 टीमें भी लगाई गई है।
मुंबई, दिल्ली, गुजरात समेत विभिन्न गैर प्रांतों से आए प्रवासियों ने जहां जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बढ़ा दी है। वहीं तीन दिन के अंदर जनपद में बढ़े कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या से हलचल मच गई है। ऐसे में महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम दिन रात लगी हुई है। हाइरिस्क प्रांत मुंबई व दिल्ली से किसी तरह अपने घर पहुंचे प्रवासियों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद इनके संपर्क में आए लोगों को चिह्नित किया जा रहा है। इस संबंध में सीएमओ डा. जीसी मौर्या ने बताया कि आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है, जो संक्रमितों के संपर्क में आए थे।
1200 प्रवासियों की हुई जांच
कासिमाबाद : क्षेत्र के कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल बड़ौरा व लक्ष्मी मेमोरियल इंस्टीट्यूट आफ एजुकेशन उचौरी व संतलखन दास पीजी कालेज मरदह मेंबने क्वारंटाइन सेंटर पर रोडवेज की 60 बसों द्वारा 1200 प्रवासियों को लाया गया। सेंटरों पर तैनात सीएचसी के अधीक्षक डा. राजेश कुमार व उनकी टीम ने सभी की थर्मल स्कैनिग एवं काउंसलिग की। एसडीएम रमेश मौर्य ने बताया कि बाहर से आए सभी लोग 21 दिनों तक घर में रहें। इस बीच किसी से न मिले। सर्दी, जुकाम व बुखार के लक्षण महसूस होने पर तत्काल सूचित करें। इस दौरान खंड शिक्षाधिकारी अशोक कुमार, प्रबंधक संजय पाल, नेहा यादव,लेखपाल संघ के मंत्री संजय पांडेय, कानूनगो श्रीभगवान यादव मौजूद रहे।