प्रवासी मजदूरों के आने का क्रम बना हुआ है। वहीं, उनके स्वास्थ्य की जांच का काम भी जोरशोर से किया जा रहा है। बाहर से बसों में, पैदल तो कुछ अपने साधनों से भी शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में आ रहे हैं। प्रशासन की ओर से चिकित्सकों की टीम लगा कर सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके बाद रहन-सहन से संबंधित आवश्यक निर्देश देकर होम क्वारंटीन किया गया।
सेवराई संवाददाता के अनुसार, विभिन्न स्थानों से रविवार की सुबह परिवहन की 20 बसों से कुल 390 मजदूरों और प्रवासियों को लाया गया। यहां उन्हें एक स्कूल पर बनाए गए क्वारंटीन सेंटर पर लाया गया। चिकित्सकों की टीम ने सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की। इस दौरान अस्वस्थ पाए गए लोगों की सैंपलिंग की भी संस्तुति की गई। इस दौरान कुछ को केंद्र पर ही क्वारंटीन कर लिया गया जबकि अधिकतर को घर में अकेले ही रहने की सलाह दी गई।
सादात संवाददाता के अनुसार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर रविवार को बाहर से आने वाले 212 लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई जबकि शनिवार को 372 लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई थी। पिछले एक सप्ताह में बाहर से कुल 1633 लोग आए। इन सभी की इस केंद्र से थर्मल स्क्रीनिंग करके उन्हें अपने-अपने गांव में ही आइसोलेट किया गया है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. आर प्रसाद ने बताया कि इस केंद्र से जितने लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई है, वह सभी मुंबई, गुजरात, पंजाब, अहमदाबाद, हैदराबाद, नागपुर, सूरत, जालंधर सहित देश के अन्य भागों से आए हुए हैं। मरदह संवाददाता के अनुसार, तहसील क्षेत्र के कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल बड़ौरा एवं लक्ष्मी मेमोरियल इंस्टीट्यूट आफ एजूकेशन, संत लखनदास पीजी कालेज मरदह में बने क्वारंटीन सेंटर पर रोडवेज की 60 बसों द्वारा 12 सौ प्रवासियों को लाया गया। इन सेंटरों पर तैनात कासिमाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डा. राजेश कुमार और प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. सरफराज आलम के नेतृत्व में सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद, सभी को आवश्यक निर्देश दिया गया।