देश के किसी भी राज्य में फंसे प्रवासियों को उत्तर प्रदेश में वापस लाने के बड़े अभियान में लगी योगी आदित्यनाथ सरकार ने गुरुवार को बड़ा फैसला किया है। प्रदेश सरकार ने रेल मंत्रालय से अनुरोध किया है कि अधिक से अधिक ट्रेन चलाकर प्रवासी कामगार/श्रमिक को उत्तर प्रदेश लाने की व्यवस्था करे। सरकार के प्रयास से शुक्रवार से नई दिल्ली व गाजियाबाद से भी चार-चार ट्रेन चलेंगी। उत्तर प्रदेश की सरकार जिस भी ट्रेन को चलाने का अनुरोध करेगी, उसका सारा किराया प्रदेश सरकार वहन करेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोक भवन में टीम-11 के साथ कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर समीक्षा की। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रवासी कामगार व श्रमिकों को प्रदेश लाने की व्यवस्था में तेजी लाया जाए। इसके क्रम में अब प्रदेश सरकार ने रेल मंत्रालय से प्रवासियों के लिए ट्रेन संचालन का अनुरोध किया है। इन ट्रेन में किसी भी प्रवासी से किराया नहीं लिया जाएगा। प्रदेश सरकार यूपी आने वाली ट्रेन का किराया देगी।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि विभिन्न राज्यों ने अब तक प्रदेश में 318 ट्रेन आ चुकी हैं। प्रदेश में अब तक गुजरात से 174, महाराष्ट्र से 51, पंजाब से 51, कर्नाटक से 12 तथा अन्य प्रदेशों से भी कई दर्जन ट्रेन उत्तर प्रदेश में आई हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को 67 ट्रेन से प्रवासी अपने-अपने घर पहुंचे हैं। अभी 174 और नई ट्रेन आनी हैं। लखनऊ के साथ गोरखपुर, प्रयागराज, वाराणसी, अमेठी, आजमगढ़, उन्नाव, कानपुर तथा गोंडा में पहुंची ट्रेन में बड़ी संख्या में प्रवासी आए हैं।