पिछले एक साल से कैंसर से जंग लड़ रहा हूं। घातक बीमारी से जीत भी जाऊंगा। मगर लॉकडाउन के दौरान जो जलालत झेली है उससे मन आहत है। यह एक ऐसी पीड़ा है जिसे सोचकर डर जाता हूं.. अब तो लगता है कहीं जिंदगी से नाता न टूट जाए... पिछले 50 दिनों से पत्नी व दो बच्चों को लेकर कभी यहां तो कभी वहां सड़क किनारे जिंदगी बसर कर रहा हूं...मांगकर पेट भर रहा हूं। प्लीज मेरी मदद करिए...
यह करुण गुहार पंजाबी बाग शिवमंदिर रोड सदर बाजार सहारनपुर निवासी अजय यादव के हैं। जो कैंसर का इलाज कराने बीते 16 मार्च को बनारस आए थे। इलाज के बाद 23 मार्च को वापसी होनी थी। मगर लॉकडाउन हो गया। तबसे यहीं फंसे हैं। सोमवार को चौकाघाट फ्लाईओवर के नीचे सुबह 10 बजे वाहनों की जांच कर रहे सीओ ट्रैफिक अवधेश पांडेय के सामने अजय परिवार संग अपनी पीड़ा बयां कर रहे थे। गुहार लगा रहे थे कि प्रशासन का ई-पास है। मगर जाने की कोई व्यवस्था नहीं हो पा रही। चार दिनों से परेशान हूं।