मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उद्यमियों की सुविधा के लिए एमएसएमई 'साथी' पोर्टल एवं मोबाइल एप का शुभारम्भ किया। इसके साथ ही 'मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना', 'एक जनपद, एक उत्पाद' योजना और 'विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना' को भी आनलाइन किया।
'साथी' पोर्टल पर कोई भी उद्यमी अपनी समस्या दर्ज कर सकता है। उनकी समस्याएं श्रम, विद्युत, जीएसटी, बैंक, प्रदूषण नियंत्रण, स्थानीय निकाय आदि विभागों को पोर्टल के माध्यम से निस्तारण के लिए भेजी जाएंगी। आवेदक उद्यमियों को अपनी समस्याओं के निराकरण-आवेदनों के स्टेटस आदि के सम्बन्ध में रियल टाइम प्रगति अपने फोन पर ही प्राप्त कर सकेंगे। यह ऐप एमएसएमई इकाइयों को भारत सरकार के नवीनतम पैकेजों के तहत अधिकतम लाभ उठाने में भी मदद करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में इस प्रकार की बहुत सारी चीजें हैं, जिनमें केवल 'लोकल' ही नहीं बल्कि 'ग्लोबल' बनने की क्षमता है। सरकार उत्तर प्रदेश के प्रत्येक प्रोडक्ट को बौद्धिक सम्पदा के दायरे में लाकर प्रदेश सरकार उसे प्रोत्साहित करेगी। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश सरकार विश्वव्यापी महामारी कोविड-19 में भी सम्भावनाओं को तलाश रही है। इसके दृष्टिगत एमएसएमई सेक्टर के उद्यमियों को ऋण वितरित किया जा रहा है।