गाजीपुर में लगातार एक सप्ताह से आंधी और फिर बारिश ने जिले के आम उत्पादकों को बड़ा झटका दिया है। प्राकृतिक आपदाओं के कारण आम की फसल नष्ट हो रही है और किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। पिछले साल भी बारिश और फिर तेज गर्मी से आम की 40 फीसदी फसल बर्बाद हो गयी थी, अगर मौसम सामान्य भी रहता है तब ही फसल समय से बाजार में आ सकेगी। विभाग की माने तो तेज हवा के चलते आम की तैयार फसल को नुकसान पहुंचा है। उद्यान विभाग अधिकारियों के अनुसार ब्लॉक में आम की फसल को 25 फीसदी नुकसान पहुंचा है।
दो दिनों से आ रही आंधी के चलते आमजनों के साथ ही किसानों को भी काफी नुकसान सहना पड़ा है। बुधवार की देर रात आयी आंधी से रिहायशी झोपड़ी, टिन शेड उड़ने के अलावा जगह-जगह पेड़ उखड गये व टूटकर गिर गये। इससे आम, सब्जी आदि फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। किसानों की ओर से बोई गई अधिकांश सब्जी की फसल तेज हवा की वजह से खराब हो गई है। किसानों का कहना है कि तेज हवा से सब्जी के पौधों की जड़े उखड़ गयी और उसके पौध एक जगह इकट्ठे हो गए।
इसके जगह-जगह टूट जाने से सब्जी सूख रही है। वहीं आम के पेड़ गिरने से इसके फसल को भी काफी नुकसान हुआ है। इसकी खेती करने वाले किसान काफी चिंतित हैं। दिलदारनगर-देवल मार्ग पर बिजलिया बाबा के पास सड़क पर ही पेड़ टूटकर गिर गयी है। इससे आवागमन कुछ देरी के लिए बाधित रहा, क्योंकि गांव वाले गिरे पेड़ को काटकर अपने घर ले गए। मौसम में उतार-चढ़ाव से किसान अपनी खेती को लेकर सशंकित हैं।