डीएम मेरठ अनिल ढींगरा ने गुरुग्राम की निजी पैथोलॉजी लैब माडर्न डायग्नोस्टिक एंड रिसर्च सेंटर में कोरोना की जांच में बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा है। उन्होंने पाया कि निजी लैब में आठ पॉजिटिव रिपोर्ट की सरकारी लैब में हुई जांच में छह की रिपोर्ट निगेटिव आई है। डीएम ने तत्काल इस लैब की जांच पर रोक लगाते हुए सीएमओ को लैब के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने को कहा है।
पिछले कुछ दिनों से गुरुग्राम की माडर्न डायग्नोस्टिक़ एंड रिसर्च सेंटर की जांच में कई केस पॉजिटिव आ रहे थे। जब एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो स्वास्थ्य विभाग को संदेह हुआ। पिछले दो दिनों में आठ और सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। स्वास्थ्य विभाग ने संदेह के आधार पर डीएम को जानकारी दी। डीएम के निर्देश पर पिछले दो दिनों की आठ पॉजिटिव रिपोर्ट से संबंधित व्यक्तियों के सैंपल लेकर जांच के लिए मेडिकल कालेज की लैब में भेजा गया। जांच में आठ में से छह की रिपोर्ट निगेटिव पाई गई। डीएम ने इस निजी लैब में हो रही जांच पर रोक लगा दी है। साथ ही सीएमओ और शासन को पत्र लिखकर कानूनी कार्रवाई के लिए कहा है। लैब का लाइसेंस निरस्तीकरण की भी शासन से सिफारिश की गई है।
निजी लैब की बड़ी लापरवाही
अनिल ढींगरा, डीएम, मेरठ कहते हैं कि यह निजी लैब की बड़ी लापरवाही है। आठ में से छह रिपोर्ट पॉजिटिव से निगेटिव पाई गई हैं। इसके आधार पर लैब के लाइसेंस को निरस्त करने और कानूनी कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेज दिया गया है। साथ ही सीएमओ को भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं|