लॉकडाउन की वजह से दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, तेलंगाना सहित अन्य प्रांतों में फंसे एक करोड़ श्रमिकों का सपना रेलवे पूरा कर रहा है। श्रमिकों ने घर पहुंचने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है। अभी तक बिहार, रांची, बंगाल, झारखंड, यूपी के लगभग 34 लाख श्रमिकों को उनके गृह जनपद पहुंचा दिया गया है। बड़ी संख्या में श्रमिकों को घर पहुंचाने के लिए रेलवे ने कमर कस ली है। युद्धस्तर पर श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन कराकर श्रमिकों को घर पहुंचाया जाएगा।
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया गया। सभी कल कारखानों सहित फैक्ट्रियां बंद हो गई। इस वजह से अपने राज्य को छोड़कर दूसरे प्रांत में गए श्रमिकों के समक्ष परेशानी खड़ी हो गई। लॉकडाउन के तीसरे चरण से ही श्रमिकों को घर पहुंचाने की प्रक्रिया चल रही है। जहां-तहां फंसे श्रमिकों की जानकारी एक साथ जुटा पाना मुश्किल था। इस वजह से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने की व्यवस्था करा दी गई।
इसकी भनक श्रमिकों को लगी तो वे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने में लग गए। इसके बाद श्रमिकों को निर्धारित स्थान पर बुलाया गया और वहां उनकी जांच कराने के बाद स्पेशल ट्रेन में सफर करने की अनुमति दी जा रही है। रोजाना लाखों की संख्या में श्रमिकों को उनके घर पहुंचाया जा रहा है। बिहार के भी काफी श्रमिक गए हुए हैं। यही वजह से है कि बिहार की तरफ जंक्शन से रोजाना दर्जनों ट्रेनें गुजर रही हैं।