ग्राम पंचायत रिठिया के बटौवा गांव में मनरेगा का काम बंद होने से शुक्रवार को श्रमिक लामबंद हो गए। बड़ी तादाद में दोपहर में श्रमिक ब्लाक मुख्यालय पहुंच काम कराने की मांग करते हुए नारेबाजी व प्रदर्शन किए।
बताया कि 50 मनरेगा मजदूरों से नाला सफाई का कार्य कराया जा रहा था। कार्य दो दिन चला। शुक्रवार को बटौवा गांव के एक किसान ने कार्यस्थल को खुद की जमीन बता कार्य रोकवा दिया। धरना प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही मौके पर ग्राम प्रधान त्रिभुवन प्रसाद पहुंचे। मजदूरों को बताया कि राजस्व विभाग को प्रकरण से अवगत करा दिया गया है। दो दिन के अंदर भूमि की पैमाइश कराकर विवाद का पटाक्षेप कर दिया जाएगा, लेकिन मजदूर आश्वासन सुनने के लिए तैयार नहीं हुए। इसे लेकर प्रधान व मजदूरों के बीच नोक-झोंक भी हुई। आक्रोशित मजदूरों को समझाते हुए बीडीओ सुदामा यादव ने कहा कि मनरेगा का कार्य हर हाल में कराया जाएगा।
जहां पर काम रोका गया है, जल्द ही पैमाइश कराई जाएगी। इसके लिए मजदूरों को बैठना नहीं पड़ेगा। आश्वासन दिया कि ग्राम पंचायत के डुमरिया गांव में पोखरा खोदाई का कार्य चल रहा है। जब तक पैमाइश नहीं होती, तब तक मजदूर वहीं पर कार्य करें। नई कार्य योजना बनाने के बाद पुन: उनके गांव में ही कार्य कराया जाएगा। एक सप्ताह में भुगतान भी हर हाल में कर दिया जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में जनार्दन, राजेश, भैया लाल, भोला, बसंती, सरस्वती, संजय पटेल, नरसिंह, कलावती, राधेश्याम, किरण, मनोज, प्रभावती, सुमित्रा, रमेश, गीना आदि मजदूर शामिल थे।