मोसम्मी (मोसम्बी) के औषधीय गुणों से तो वाकिफ होंगे ही आप, अनभिज्ञ हैं तो इतना जान लीजिए कि हर मर्ज की एक दवा है। विटामिन-सी और बी-कांप्लेक्स से भरपूर जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। कोरोना काल में चिकित्सक इसके नियमित सेवन की सलाह दे रहे हैं। हालांकि लॉकडाउन के चलते खपत कम हुई है और दाम निरंतर बढ़ रहे हैं। फुटकर में 50 से 60 रुपये प्रति किग्रा की दर से बिक रहा है, जबकि प्रति मन (40 किलो) कीमत एक हजार रुपये है। जनपद के अधिकतर विक्रेता वाराणसी के पहड़िया मंडी से मोसम्मी मंगाते हैं। बड़े काम की है मोसम्मी.
बीएचयू आयुर्वेद विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. यामिनी भूषण त्रिपाठी बताते हैं कि मोसम्मी विटामिन-सी, बी-कांप्लेक्स और फाइबर से भरपूर होता है। फैट को बढ़ने से रोकता है। एंटी ऑक्सीडेंट का बड़ा स्रोत है। कोशिकाओं में घुसकर उनको पोषण प्रदान करता है। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसमें मिनरल की पर्याप्त मात्रा होती है और शुगर अपेक्षाकृत कम होता है। कह सकते हैं कि विटामिन-सी युक्त जितने भी फल हैं उनका यह नेतृत्व करता है। बताया कि इसका सेवन लंच और डिनर के बीच में करें तो और भी बेहतर है। शाम को चार से पांच बजे तक का समय इसके उपयोग के लिए माकूल है। जूस लेने के साथ खा भी सकते हैं। मांग घटी बढ़ रहे दाम