प्रखंड के विभिन्न स्कूलों में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटरों पर डीएम के आदेश के बाद भी दूध नहीं नहीं मिल रहा है। गाइडलाइन के अनुसार सुबह के नाश्ते में चने का सत्तू अथवा घुघुनी और सुबह-शाम दूध के अलावा रोटी भी देनी है। लेकिन, अभी तक किसी भी सेंटर पर इसका पालन नहीं किया जा रहा है।
प्लस टू उच्च विद्यालय मानिकपुर में ठहरे प्रवासी मजदूर विनोद पासवान, जितेंद्र राम, अंजन पासवान, दसई पासवान ने बताया कि इस केंद्र पर अभी तक 100 लोग ठहरे हुए हैं। इनके लिए सिर्फ 10 चारपाई ही लाए गए हैं। शेष लोग जमीन की फर्श पर सोते हैं। चापाकल भी सिर्फ एक है। पानी पीने की समस्या है। 13 मई से बने इस सेंटर पर सुबह-शाम सिर्फ चावल मिलता है। किसी भी कमरे में पर्याप्त पंखा नहीं होने से रात को सोने में काफी परेशानी होती है। कीट के साथ किसी को भी मास्क नहीं मिला है। कुछ लोगों के पास अपना मास्क है। इसको लेकर स्थानीय मुखिया एवं ड्यूटी कर रहे र्किमयों से मांग करने उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से अभी कोई व्यवस्था नहीं है।