सोमवार को मॉडल रेलवे स्टेशन पर सुबह से देर शाम तक चार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों पर सवार होकर 6020 कामगार पहुंचे। इनमें महाराष्ट्र व गुजरात की दो ट्रेनें 12 से 14 घंटे लेट पहुंची। श्रमिक स्पेशल ट्रेन पहुंचने के बाद सर्कुलेटिग एरिया में खड़ी बसों पर बैठने के दौरान शारीरिक दूरी के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं। स्टेशन परिसर में सुरक्षाकर्मियों की अनुपस्थिति के कारण इन्हें कोई नियंत्रित करने वाला नहीं रहा। अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए श्रमिक झुंड बनाकर बसों पर सवार होते रहे।
देर शाम महाराष्ट्र के कोल्हापुर से दो स्पेशल ट्रेनों से 2850 कामगार पहुंचे। प्लेटफार्म पर मौजूद स्वास्थ्य व शिक्षकों की टीम ने बारी-बारी से थर्मल स्क्रीनिग और नाम - पता दर्ज किया। इसके पश्चात नाश्ता पानी देकर सभी को 21 दिन के होम क्वारंटाइन के लिए रोडवेज की बसों से घर भेजा गया। रविवार की देर शाम आने वाली दो ट्रेनें काफी विलंब से बलिया पहुंची। गुजरात व महाराष्ट्र से पहुंचने वाली दोनों ट्रेनें 12 से 14 घंटे लेट सोमवार की सुबह 11 बजे के बाद 35 सौ श्रमिकों को लेकर पहुंची। इसमे गुजरात के भरूच से 1549 और महाराष्ट्र मुंबई के बोरीवली से 1621 श्रमिक शामिल रहें।