आजमगढ़: लॉकडाउन के कारण मुंबई न लौट सके आइपीएल क्रिकेटर सरफराज खान ने अबकी ईद की खुशियां मनाने का अंदाज ही बदल दिया है। उन्होंने प्रवासियों की सेवा में ही ईद की खुशियां महसूस की और परमार्थ के पिच पर उतरकर रोज छाक्का लगा रहे हैं। यानी गोरखपुर मार्ग पर अंजान शहीद और बागखालिस बाजार के बीच ट्रकों पर सवार होकर गुजरने वाले प्रवासियों को रोककर फल, बिस्किट और पानी देने के बाद ही आगे जाने दे रहे हैं।
अच्छी बात यह कि उनके इस निर्णय को छोटे भाई मुंबई रणजी टीम के कप्तान मुसीर खान, पिता नौशाद खान और माता तबस्सुम बानो ने भी स्वीकार किया और इस वर्ष कोरोना वायरस की महामारी को देखते हुए ईद पर होने वाले खर्च को मुंबई, दिल्ली, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, गुजरात से आ रहे प्रवासियों की सेवा में लगाने पर सहमति जताई। क्षेत्र के वासूपार निवासी सरफराज खान आइपीएल क्रिकेट टूर्नामेंट निरस्त होने के बाद अपने घर 10 मार्च को पहुंचे और अब तक लॉकडाउन की वजह से छतरपुर दलेल स्थित ननिहाल शमीम अयूब खान के घर परिवार के साथ रुके हैं।