धूमनगंज थाना क्षेत्र के प्रीतम नगर कॉलोनी में पिछले दिनों घर में बुजुर्ग तुलसीदास केसरवानी, उनकी पत्नी, बेटी, बहू की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात में गिरफ्तार महिला समेत चार अन्य आरोपितों को न्यायिक हिरासत में नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया है। अंधे प्रेम की इस घटना ने दो परिवार तबाह कर दिए हैं। आतिश केसरवानी ने अवैध रिश्ते के चक्कर में अपने परिवार का खात्मा करा दिया। वहीं शादीशुदा होने के बावजूद उससे रिश्ता बनाने वाली रंजना के जेल जाने से उसका परिवार भी मुश्किल स्थिति में आ गया है।
इलेक्ट्रिकल कारोबारी, पत्नी, बहू व बेटी की हत्या
गुरुवार की दोपहर प्रीतम नगर के विवेकानंद चौराहे पर घर के भीतर इलेक्ट्रिकल कारोबारी तुलसीदास, पत्नी किरण, बहू प्रियंका, बेटी निहारिका की हत्या की घटना में पुलिस ने इकलौते बेटे आतिश को गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ के बाद आठ लाख रुपये की सुपारी लेकर हत्याकांड को अंजाम देने के आरोप में अनुज श्रीवास्तव, राजकृष्ण श्रीवास्तव, अंकित पासी और कार ड्राइवर उमेंद्र दुबे को पकड़ा गया। आतिश ने कुबूला कि कंहईपुर में रहने वाली रंजना शुक्ला उसके घर और दुकान में काम करती थी। उससे प्रेम संबंध और शादी के फैसले का विरोध करने की वजह से ही उसने सबको मरवा दिया। पुलिस ने रंजना को भी पकड़ लिया। पुलिस का कहना है कि रंजना की भी वारदात में साजिश रही। उसे सब पता था। इस तरह से घटना में छह लोग गिरफ्तार हुए। आतिश और अनुज को शुक्रवार दोपहर जेल भेज दिया गया था।