भांवरकोल, रमजान माह के पहले दिन मुस्लिम बंधुओं ने रोजा रख नमाज अता की। कोरोना वायरस के खतरे को लेकर प्रशासन की ओर से लाक डाउन के दौरान सार्वजनिक स्थानों, मस्जिदों पर नमाज अता करने पर मनाही के बाद रोजदारों ने अपने-अपने घरों में ही नमाज अदा कर अपने गुनाहों की माफ़ी की अल्लाहताला से गुजारिश की। कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण से बचने के लिए क्षेत्र के मुश्लिम बाहुल्य गांवों फखनपुरा, महेशपुर प्रथम, मच्छटी, मिर्जाबाद, सोनाड़ी आदि गांवों में रोजदारों ने रोजा सादगी से रखा। प्रभारी निरिक्षक विश्वनाथ यादव ने बताया कि पूर्व में ही इन गांवों की मस्जिदों से घर पर ही नमाज अता करने का निर्देश जारी किया गया था।
लोगों से अपील कर घर में ही नमाज अता करने का आग्रह किया गया था। लोगों ने प्रशासन की ओर से जारी निर्देशों का पालन किया गया। बताया कि पूरे रमजान के दौरान घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की गयी थी। आवश्यक सामग्री के लिए ठेले आदि से गांवों में सामान प्रशासन की ओर से उपलब्ध कराया जाएगा। मरकजी मस्जिद का बंद रहा गेट, तैनात रही पुलिस दिलदारनगर। लॉकडाउन होने पर विभिन्न मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में भी मस्जिदों का गेट बंद रहा और नमाज अदा नहीं हुई।