उत्तर प्रदेश में कर्मचारियों के भत्तों और डीए वृद्धि पर रोक लगाने पर एतराज जताते हुए समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इससे कर्मचारियों की घरेलू अर्थव्यवस्था बिगड़ जाएगी और उनका जीना मुश्किल होगा। अच्छा होता सरकार अपनी फिजूलखर्ची रोककर नेकनामी दिखाने वाले बड़े बड़े विज्ञापनों पर रोक लगाती। भाजपा नेतृत्व इसमें क्यूं हिचक रहा है?
रविवार को जारी बयान में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि दूसरे राज्यों से प्रदेश में लाखों श्रमिक रोजगार की तलाश में आए हैं। इससे भी अधिक अलग- अलग राज्यों में फंसे हैं। ऐसी स्थिति में जब सब जगह से आवाज उठने लगी और समाजवादी पार्टी ने भी बार बार मांग उठायी तो सरकार उन्हें लाने के लिए तैयार हुई लेकिन उनके खान-पान, आवास व इलाज आदि की पुख्ता व्यवस्था नहीं दिख रही है। सरकार को प्राथमिकता के आधार पर यह बंदोबस्त कराने होंगे।