डॉ. अमित: सोशल मीडिया से लोगों को कर रहे जागरूक, दे रहे 24 घंटे चिकित्सीय परामर्श
जिले त्रिवेणीगंज निवासी डॉ. अमित पेशे से नेत्र चिकित्सक हैं। चिकित्सक होने के नाते इन्होंने कोरोना जैसी महामारी की गंभीरता को देखते हुए त्रिवेणीगंज अगेंस्ट कोरोना टीम बनाकर लोगों की मदद बीड़ा उठाया। डॉ. अमित ने बताया कि किस प्रकार सही लोगों को मदद मिले। इसके लिए पहले उन्होंने मोबाइल नंबर, व्हॉट्सएप, फेसबुक व इंस्ट्राग्राम का सहारा लिया। इसके माध्यम से जरूरतमंदों की सही जानकारी मिल जाती थी। टीम द्वारा सर्वे कर सही लोगों को मदद पहुंचाई जा रही है। इसके अलावा 24 घंटे लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य परामर्श दिया जाता है। इसमें उनकी मदद संतोष कुमार सियोटा, किशन प्यारे, नीतीश आनंद करते हैं जो लोगों को सैनिटाइजेशन की ट्रेनिंग भी दी जाते हैं।
समाजसेवी लव : अपने पैसे से जिले के 1300 परिवारों तक पहुंचाई मदद, पेश की मिसाल
लाॅकडाउन के बाद से ही लोगों को मदद के आगे आने वाले शहर के गौरवगढ़ निवासी समाजसेवी सह राजद नेता अनोज कुमार आर्य उर्फ लव यादव ने शहर समेत सदर प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में 1300 जरूरतमंदों के बीच कच्चा खाद्य सामग्री का वितरण स्वयं के खर्च पर कर चुके हैं। इसमें प्रत्येक परिवार को चावल 5 किलोग्राम, आटा 5 किलोग्राम, आलू, नमक आदि शामिल है। श्री यादव ने बताया कि उन्हें समाज सेवा की प्रेरणा उनकी माता शांति देवी से मिलती है। लॉकडाउन के बाद सारी व्यवस्था ठप हो गई। इसका असर रोजगार से लेकर अन्य व्यवसाय से जुड़े रोजगार पर और सबसे ज्यादा असर दैनिक मजदूरों पर पड़ा, जो रोजाना कमाई कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं।
मो. नदबी : सुपौल सहित अररिया व पूर्णिया के छह हजार लोगों को पहुंचाई राहत सामग्री
जिले के सीमावर्ती क्षेत्र के बसंतपुर प्रखंड के शंकरपुर निवासी मो. फिरोज आलम नदबी लॉकडाउन के बाद से ही जरूरतमंदों की सेवा में लगे हैं। लॉकडाउन के दौरान श्री नदबी सुपौल, अररिया और पूर्णिया जिले के करीब छह हजार परिवारों को राहत मुहैया करा चुके हैं। उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर में स्थिति ठीक थी। कुछ दिनाें बाद ही सोशल व अन्य माध्यम से लोगों की हकीकत सामने आने लगी। उन्होंने जिला के कोचगामा, सातनपट्टी, परमानंदपुर, बलभद्रपुर, दीनबंधी व विसनपुर शिवराम पंचायत के एक दर्जन गांव, अररिया जिले के बसमतिया, बबुआन, नरपतगंज व घूरना पंचायत के एक दर्जन गांव और पूर्णिया जिला के बायसी के आधा दर्जन गांव में जरूरतमंदों की मदद की है।